तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥ किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥ शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम सुबह सुबह ले शिव का https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa