मगर हर चीज मुकम्मल करने के लिए जरूरत है तेरी। जिनमे अकेले चलने के हुनर होते है, अंत में उनके पीछे काफिले होते है, भंवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो, कहाँ तक चलोगे किनारे-किनारे. वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से.. हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो https://andyakqva.wikigiogio.com/121580/5_simple_statements_about_shayari_on_karma_explained